जयपुर/समस्तीपुर
14 साल की उम्र में जब बच्चे स्कूल असाइनमेंट्स और वीडियो गेम्स में उलझे रहते हैं, बिहार के समस्तीपुर जिले के ताजपुर गांव का वैभव सूर्यवंशी बल्ला घुमा रहा था — वो भी 35 गेंदों में शतक के साथ! अब क्रिकेट जगत में हर जुबां पर एक ही नाम है — वैभव सूर्यवंशी। और जब वैभव ने 35 गेंदों में शतक जड़ा — तब सिर्फ स्टेडियम नहीं, पूरा देश झूम उठा। लेकिन उसी वक्त डगआउट में एक जोड़ी आंखें भी नम थीं — उनके पिता संजीव सूर्यवंशी की। जब पूरी दुनिया वैभव की तारीफ कर रही थी, तब वैभव ने सबसे पहले कॉल अपने पापा को किया और कहा — “प्रणाम पापा।” गला रुंधा, आंखें भीगीं और पिता ने जवाब दिया — “अभी तो ये शुरुआत है... वैभव का असली वैभव तो आना बाकी है।”
वैभव की कहानी सिर्फ क्रिकेट की नहीं, एक जुनून, संघर्ष और सपनों की ऊंची उड़ान की कहानी है। 27 मार्च 2011 को जन्मे इस क्रिकेटर ने 4 साल की उम्र में ही बैट थाम लिया था। उनके पिता संजीव सूर्यवंशी, खुद एक पूर्व क्रिकेटर, ने बेटे की प्रतिभा को पहचाना और घर के पीछे एक छोटा सा नेट बना डाला। खेती की ज़मीन तक बेच दी, लेकिन बेटे को समस्तीपुर और पटना की क्रिकेट अकादमियों में भेजा।
कोच बृजेश झा बताते हैं कि वैभव की मेहनत शुरू से ही अलग थी। उसी मेहनत ने जनवरी 2024 में उन्हें रणजी ट्रॉफी में मुंबई के खिलाफ बिहार की ओर से डेब्यू करने का मौका दिलाया — सिर्फ 12 साल 284 दिन की उम्र में। इससे भी कम उम्र में, 13 साल 269 दिन पर, उन्होंने विजय हजारे ट्रॉफी में लिस्ट-ए क्रिकेट खेला और सबसे कम उम्र के भारतीय खिलाड़ी बने।
सितंबर 2024 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अंडर-19 टेस्ट में चेपॉक स्टेडियम की गूंज तब और तेज हुई जब वैभव ने 58 गेंदों में शतक ठोक दिया। इस पारी में 14 चौके और 4 छक्के शामिल थे — बाबर आज़म और नजमुल हसन शांतो के रिकॉर्ड पीछे छूट गए। IPL 2025 की मेगा नीलामी ने जैसे वैभव के क्रिकेटर बनने की मुहर लगा दी। 30 लाख रुपये की बेस प्राइस से नीलामी में उतरे वैभव को राजस्थान रॉयल्स ने 1.10 करोड़ रुपये में खरीदा — और बन गए आईपीएल इतिहास के सबसे कम उम्र के खिलाड़ी। दिल्ली कैपिटल्स और राजस्थान रॉयल्स के बीच हुई जबरदस्त भिड़ंत में आखिरकार राजस्थान ने जीत हासिल की।
राजस्थान के ट्रायल के दौरान, कोच राहुल द्रविड़ और बैटिंग कोच विक्रम राठौर उनकी बल्लेबाजी से बेहद प्रभावित हुए। एक मैच सिमुलेशन में वैभव ने एक ओवर में 3 छक्के समेत 17 रन ठोके, और कुल 8 छक्के-4 चौके की पारी ने सबको हैरान कर दिया।
19 अप्रैल 2025, सवाई मानसिंह स्टेडियम, जयपुर — IPL डेब्यू की वो रात। 14 साल 23 दिन की उम्र में लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ मैदान पर उतरे वैभव ने पहली ही गेंद पर शार्दुल ठाकुर को छक्का मारकर दर्शकों को खड़ा कर दिया। 20 गेंदों में 34 रन (2 चौके, 3 छक्के) की पारी खेली। हालांकि वे एडेन मार्करम की गेंद पर स्टंप आउट हो गए, लेकिन तब तक वो इतिहास लिख चुके थे — आईपीएल में पहली गेंद पर छक्का लगाने वाले 10वें खिलाड़ी और सबसे कम उम्र में चौका-छक्का मारने वाले पहले।